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Monday 21 November 2011

बहुत दिन बीत गये , दीदार नहीं हुआ तुम्हारा

बहुत दिन बीत गये , दीदार नहीं हुआ तुम्हारा 
भूलने वाले ये तो बताजा , कैसा है हाल तुम्हारा 

तुने सोचा , तेरे बिन जी पाएंगे हम 
एक पल बिछड़े , तो मर जायेंगे हम 
चले गये मुझको ठोकर लगाकर 
एक तुम ही तो थे मेरा सहारा 

बहुत दिन बीत गये , दीदार नहीं हुआ तुम्हारा
भूलने वाले ये तो बताजा , कैसा है हाल तुम्हारा 

पुरे दिन हम , तेरी खातिर उस चोराहे पर रहते थे 
कहना तो बहुत कुछ था , पर कह कुछ नहीं पाते थे 
जाने वाले लेते जाना , आखिरी है ये सलाम हमारा 

बहुत दिन बीत गये , दीदार नहीं हुआ तुम्हारा
भूलने वाले ये तो बताजा , कैसा है हाल तुम्हारा 

1 comment:

  1. बहुत खूबसूरत प्रस्तुति , बधाई.
    कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें.

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पी के ''तनहा''