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Thursday 15 March 2012

आंख्ने भर आई , जब जब मैंने हसना चाहा !!

 आज वर्षो बाद फिर ऐसा वक़्त आया !
मेरी किस्मत ने फिर मुझको रुलाया !!
तम्मना मेरी भी थी , की हंस लू दो पल  !
आंख्ने भर आई , जब जब मैंने हसना चाहा !!
 

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पी के ''तनहा''