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Thursday 29 May 2014

निकाल दो बेशक, मुझको दिल से अपने........

मेरे हिस्से में है दर्द जितने, आज सहने दो !
मत रोको, ''अश्क़ ए दरिया'' को आज बहने दो !!
तुम निकाल दो बेशक, मुझको दिल से अपने !
इतना कर दो मगर, अपनी दुआओ में रहने दो !!

पी के ''तनहा''

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पी के ''तनहा''