मैंने कुछ यूँ करके, दिल को समझाया अपने !
जो सच हो जाये, वो होते ही कहां है सपने !!
पी के ''तनहा''
जो सच हो जाये, वो होते ही कहां है सपने !!
पी के ''तनहा''
यूं ही चला आ रहा हूँ कबसे जिंदगी को जीतता हारता, तलाश है मंजिल की डगर की ,तलाश है मेरे हमसफ़र की ....